Considerations To Know About shiv chalisa lyricsl
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अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा
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नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।
हाथो में त्रिशूल लिए है गले में है सर्पो की माला
श्रीरामचरितमानस धर्म संग्रह धर्म-संसार एकादशी
कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥
अर्थ- हे गिरिजा पुत्र भगवान श्री गणेश आपकी जय हो। आप मंगलकारी हैं, विद्वता के दाता हैं, अयोध्यादास की shiv chalisa in hindi प्रार्थना है प्रभु कि आप ऐसा वरदान दें जिससे सारे भय समाप्त हो जांए।
पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर। भये प्रसन्न दिए इच्छित वर॥
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥
मैना मातु की ह्वै दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥
योगी shiv chalisa lyricsl यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥
शिव को भजले सुख पायेगा, मन को आएगा आराम, मन को आएगा आराम
प्यासी आत्मा, बनके योगी, तेरी शरण में आया